मथुरा ( लक्ष्मीकांत शर्मा/ चेतन शर्मा )
श्रीकृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष ने आज हाईकोर्ट में अयोध्या की तरह से ही शाही ईदगाह मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित करने की मांग की। इस पर मुस्लिम पक्ष ने अपनी आपत्ति व्यक्त की। अब कोर्ट में तीन अप्रैल को सुनवाई होगी।
श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले में आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। करीब डेढ़ घंटे तक चली सुनवाई के दौरान श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष और श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद के हिन्दू पक्षकार महेंद्र प्रताप एडवोकेट ने कोर्ट के समक्ष श्री कृष्ण जन्मभूमि के मूल गर्भ गृह को तोड़कर वहां पर बनाई गई मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित किए जाने की मांग रखी और कहा कि इससे पहले अयोध्या में भी बाबरी मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित किया गया था।
अन्य मामलों को भी विवादित ढांचा घोषित किया जा चुका है । ठीक उसी तरह मथुरा स्थित शाही ईदगाह मस्जिद को भी विवादित ढांचा घोषित किया जाए इस पर मुस्लिम पक्ष ने अपनी आपत्ति व्यक्त की। महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आताताई मुगल बादशाह औरंगजेब ने भगवान श्री कृष्ण के मूल गर्भ गृह पर बने मंदिर को तोड़ कर मस्जिद का निर्माण करवाया था।
उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर मस्जिद बनी हुई है वह भूमि करीब दो एकड़ से अधिक है। हिंदू पक्ष उसी भूमि को मांग कोर्ट से कर रहा है। जिस पर वर्तमान में शाही ईदगाह मस्जिद बनी हुई है। उन्होंने बताया कि विभिन्न लंबित प्रार्थना पत्रों के मामले में आज कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सूट नंबर 13 में उन्होंने न्यायालय में अपनी मांग को रखा था। उन्होंने बताया कि इसी मांग को लेकर उन्होंने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था इस पर मुस्लिम पक्ष ने अपनी आपत्ति व्यक्त किया न्यायालय ने तीन अप्रैल तक मुस्लिम पक्ष को अपना पांच कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए कहा है अब इस मामले की सुनवाई तीन अप्रैल को होगी