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सूत्र- शिअद अनिल जोशी व भाजपा पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह को बनाना चाहती उम्मीदवार, पूर्व गठबंधन दौरान अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर तीनों सीट भाजपा के पास, नए गठबंधन दौरान बढ़ सकती है सीटें !

मेलबर्न/ पंजाब (अजाद शर्मा/ बीर माहल)

 

पंजाब की राजनीति में लंबे समय से अकाली – भाजपा गठबंधन का मुद्दा अहम मुद्दा बना हुआ है। पंजाब में पिछले चुनावों में भाजपा ने चाहे अपना वोट बैंक बढ़ाया है, लेकिन अकाली दल से गठबंधन टूटने के बाद अब तक भी भाजपा सिर्फ और सिर्फ शहरी क्षेत्रों में ही अपना असर रसूख कायम रख पाई है, अगर हम कहे कि भाजपा की तरफ से चाहे विपक्षी पार्टियों को अपनी पार्टी में शामिल कर अपना कूनबा बढ़ाया जा रहा है, लेकिन इतना बावजूद करने के बाद भी भाजपा को ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर सफलता मिलती दिख नही रही।

वहीं, अगर बात करे तो चुनावों में अकाली दल का वोट बैंक कोई भी पार्टी खिसका नही पाई, लेकिन अकाली दल कई जगहों पर भाजपा से भी पीछे नजर आया है। फिलहाल कुछ समय से शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल की तरफ से नाराज चल रहे नेताओं को मनाकर पार्टी में शामिल कर मजबूती की राह पकड़ ली गई है। किसान आंदोलन को लेकर कृषि बिलों को लेकर कुछ भाजपाईयों के वरिष्ठ नेताओं जैसे कि पूर्व मंत्री अनिल जोशी सहित कई नेताओं ने भाजपा को छोड़कर अकाली दल में शामिल होकर सूखबीर बादल पर विश्वास जताया था। हम यह बात इसलिए कर रहे है, क्योंकि लंबे समय से अकाली भाजपा गठबंधन होने की प्रक्रिया आखिकार सिरे क्यो नही चढ़ पा रही। यह सवाल पंजाब की जनता के लिए काफी अहम बन चुका है। दो दिन पहले ही देश के गृह मंत्री अमित शाह ने इसी सप्ताह अकाली भाजपा गठबंधन पर फैसला होने का दावा किया है। वहीं सूत्रों की बात करे अकाली भाजपा गठबंधन के लिए शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल को अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ सकता है। क्योंकि जब अकाली दल के अधिकतर नेतागण व विपक्षी सुखबीर बादल की कार्यशैली पर सवाल खड़ कर रहे थे तो पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने अपने सैंकड़ों साथियों के साथ भाजपा छोड़कर अकाली दल ज्वाइंन किया था। सूत्र बताते है कि अमृतसर की लोकसभा सीट पर उम्मीदवार को लेकर पेंच फसा हुआ है। सुखबीर चाहते है कि इस बार अकाली दल अमृतसर से अपना उम्मीदवार पूर्व मंत्री अनिल जोशी को चुनाव लड़वाए। वहीं पिछले गठबंधन दौरान अमृतसर सीट से भाजपा उम्मीदवार चुनाव लड़ता रहा है। सूत्रों अनुसार भाजपा में शामिल हुए पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू को भाजपा अमृतसर से उम्मीदवार बना सकती है। भाजपा हाईकमान पूर्व मंत्री अनिल जोशी से खफा है । अब देखना होगा कि भाजपा की खफा भारी होगी या सुखबीर बादल की वफा अनिल जोशी का उज्जवल सियासी भविष्य तय करेगी।

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