मेलबर्न (आजाद शर्मा)
ओम फाउंडेशन की तरफ से आयोजित बालकांड श्री रामचरितमानस पाठ के पुजारी पुनीत ठाकुर द्वारा किए जा रहे गुणगान का ऑस्ट्रेलिया के साथ-साथ विदेश में भी लोग ऑनलाइन जोड़कर आनंद ले रहे हैं।
आठवें दिन की कथा के दौरान पुजारी पुनीत ठाकुर ने बाबा गोस्वामी तुलसीदास के जीवन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि गोस्वामी तुलसीदास को अपने जीवन में कई बार तिरस्कार सहना पड़ा था। उन्होंने बताया कि उनके जन्म के साथ ही उनकी माता की मृत्यु हो गई थी। जिस आई न उन्हें गोद लिया कुछ समय बाद उसकी भी मृत्यु हो गई। बताते हैं कि समाज के लोगों ने उन्हें पनौती तक कहना शुरू कर दिया।
जब गोस्वामी तुलसीदास की जिंदगी में गुरु का आगमन हुआ तो वह एक सिद्ध पुरुष बनने में सफल हुए । उन्होंने बताया कि भगवान में श्रद्धा रखें। उन्होंने बताया कि श्री रामचरितमानस पाठ से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने बताया कि माता पार्वती के गुरु देव ऋषि नारद थे। उन्होंने बताया कि देव ऋषि नारद का मतलब ना रद्द होने वाली वाणी। यहां पर फेडरेशन अध्यक्ष प्रीति धीमान, शेखर कुमार, कैप्टन सुभाष चौहान , शिल्पी, एस कोंडा, राहुल शर्मा (स्पेन), ललिता, चिरंजीवी, चित्रा चौहान , आशना शर्मा, वंदना, भव्या शर्मा व अन्य मौजूद रहे।