पंजाब/ अमृतसर ( बीर अमर माहल)
अमृतसर लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू समुंदरी ने आज सचखंड श्री हरमंदिर साहिब श्री दरबार साहिब में माथा टेका और बड़ी श्रद्धा के साथ देश, पंजाब और अमृतसर की प्रगति, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की।
कुछ देर तक उन्होंने दिव्य श्लोकों के कीर्तन का आनंद भी उठाया। वापस लौटते वक्त वह श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय पहुंचे और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह जी से औपचारिक मुलाकात की। इस मौके पर सिंह साहब और स. संधू ने सरदार तेजा सिंह समुंदरी जो स. संधू के दादा थे, द्वारा पंथ, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और ऐतिहासिक सिख गुरुद्वारों की मुक्ति में किए गए योगदान और लाहौर जेल में उनकी शहादत को याद किया।
उन्होंने कुछ देर तक एक दूसरे से चर्चा की। संधू ने कहा कि शांति चाहने वाला हर सिख ही नहीं बल्कि हर ईश्वरवादी व्यक्ति का श्री अमृतसर और श्री दरबार साहिब के प्रति सिर झुकता है। गुरु रामदास जी का यह शहर अमृतसर सिफ्ती का घर है और उन्होंने जत्थेदार साहिब से गुरु नगरी श्री अमृतसर के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विशेष पैकेज लाने और इसे इंदौर की तरह स्वच्छ और सुंदर बनाने पर विशेष ध्यान देने के आपने एजेंडे के बारे में बताया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री. तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि वह आज अकाल पुरख को नमन करने आए हैं। मैं आज कोई राजनीतिक बात नहीं करूंगा. उन्होंने कहा कि इस आध्यात्मिक पवित्र स्थान पर शांति एवं आपसी सौहार्द की भावना प्रकट होती है। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब के सामने माथा टेकने और अमृतमई गुरबाणी का पाठ सुनने से जो रूह को शांति मिलती है वह कहीं नहीं मिल सकती। आज मैंने गुरु साहिब की उपस्थिति में माथा टेका और अमृतमई कीर्तन सरवन किया। मैं आभारी हूं कि श्री गुरु रामदास जी ने मुझ पर दया की। उन्होंने कहा कि गुरुओं की शिक्षाएं सदैव आपसी भाईचारे और एकता की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब मुझे शक्ति और बुद्धि दें ताकि मैं अमृतसर और लोगों की सेवा कर सकूं।