त्रेता युग में भगवान राम का माता शबरी कर रही थी इंतजार, वैसा ही दिखा बुजुर्ग महिला की भक्ति का भाव
नई दिल्ली ( निशांत जैन/ नैंसी शर्मा)
कौन कहता है कि भक्त की सुनवाई नहीं होती। अगर भक्त सच्चे मन से अपने भगवान एवं अपने गुरु को अपने घर में आने का न्योता देता है तो भगवान एवं गुरु भक्त के भाव को देखते हुए उसके घर में जरूर आकर उसे आशीर्वाद देते हैं।
ऐसा ही एक वाक्य शुक्रवार शाम दिल्ली में एक बुजुर्ग दंपति की तरफ से करीब 3 सालों से अपने गुरु को अपने घर में आने की अरदास की गई। 3 सालों बाद सतगुरु श्री बावा लाल दयाल महाराज (ध्यानपुर धाम) गद्दीनशीन श्री राम सुंदर दास महाराज भक्त के घर पहुंचे।
वही इस दौरान देखने में आया कि बुजुर्ग दंपति की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। अपने गुरु का भव्य स्वागत आरती कर, ढोल एवं पुष्प वर्षा के साथ किया। सतगुरु श्री बावा लाल दयाल महाराज जी का आशीर्वाद लेने के लिए दिल्ली के अलग-अलग शहरों से श्रद्धालु पहुंचकर नतमस्तक होंगे।
श्रद्धालुओं ने श्री बावा लाल दयाल महाराज के भजनों का गणगान किया। महाराज ने सभी को आशीर्वाद दिया।
वहीं यह दृश्य ऐसा देखने को लग रहा था जैसे रामायण में भगवान राम का इंतजार माता शबरी कर रही है। दंपति रमेश शर्मा ने कहां की उनके गुरु उनके घर में आए हैं उनकी प्रसन्नता का कोई ठिकाना नहीं। उन्होंने कहा कि गुरु की अपार कृपा उन पर हुई है उसके लिए वह अपने बेटे सामान दिनेश कोहली का तहे दिल से धन्यवाद करते हैं।श्रद्धालुओं के जय श्री बावा लाल के जयकारों से दिल्ली गूंज उठा।