जरूरतमंद लोगों की सेवा करने से मिलता हैं सूकून, आखिर सांस तक समाज की सेवा करना मुख्य लक्ष्य — सोनल भूषण शर्मा
ऑस्ट्रेलिया (आजाद शर्मा)
समाज में हम लोग अक्सर ही ऐसा सुनते हैं कि जब भी किसी भी इंसान की जिंदगी में मुसीबतों का पहाड़ टूटा है तो उसकी मदद के लिए भगवान किसी न किसी को फरिश्ते के रूप में जरूर भेजते हैं। भारत के जम्मू कश्मीर से 15 साल पहले ऑस्ट्रेलिया पहुंची सोनल शर्मा जरूरतमंद लोगों की मदद कर उनकी जिंदगी में फरिश्ते जैसी भूमिका निभा रही हैं। सोनल भूषण शर्मा की बेहतरीन कम्युनिटी सेवाओं को देखते हुए उन्हें फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया ( FIAWA) की तरफ से 2022 में अवार्ड देकर सम्मानित किया जा चुका है।
टारगेट पोस्ट के साथ विशेष बातचीत दौरान सोनल शर्मा ने बताया कि 15 साल पहले भारत के जम्मू कश्मीर से ऑस्ट्रेलिया स्टूडेंट वीजा पर आई थी। मन में शुरू से ही समाज की जरूरतमंद लोगों की मदद करने का जज्बा था।
उन्होंने बताया कि वह वायस आफ डोगरास वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की अध्यक्ष भी है। करीब 100 से अधिक डोमेस्टिक वायलेंस से पीड़ित लोगों की मदद कर उन्हें इंसाफ दिलाया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि भारत एवं अन्यदेश से आने वाले लोगों को उनके अधिकारों की अधिक जानकारी नहीं होती। हर केस में महिला या पुरुष जो भी पीड़ित होता है, उसकी मदद करना हमारा मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही मानसिक रोगियों को भी अलग-अलग सेवाएं दिलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य जरूरतमंद लोगों की सेवा करना है। सोनल ने कहा कि इसके साथ-साथ बच्चों को भारत की संस्कृति के साथ जोड़ने के लिए कई तरह के धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम करवाए जाते हैं।
वहीं, मेलबर्न के प्रसिद्ध समाजसेवक रवि शर्मा ने कहा कि सोनल शर्मा की तरफ से पर्थ में रहने के बावजूद मेलबर्न के लोगों तक की मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि वह उनके कार्यों की प्रशंसा करते हैं। जरूरतमंद की मदद करना किसी फरिश्ते से कम नहीं।