मेलबर्न (आजाद शर्मा)
मेलबर्न स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में, हिंदी निकेतन, भारतीय वाणिज्य दूतावास तथा विवेकानंद सोसाइटी ऑफ ऑस्ट्रेलिया के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष हिंदी समारोह का आयोजन, किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत पहलगाम में हुए अमानवीय हमले में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक मिनट के मौन के साथ की गई।
डॉ. रीना दुबे, अध्यक्ष, ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और सभी उपस्थितजनों ने उनके सम्मान में नतमस्तक होकर मौन साधना की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यवाहक महावाणिज्य दूत श्री तेज कृष्ण जी तथा विक्टोरियन स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज़ की प्राचार्या सुश्री जुडी बेनी उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर सिया गौरी सिंह को हिंदी में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।
विवेकानंद सोसाइटी ऑफ ऑस्ट्रेलिया के योगेश भट्ट ने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संवाददाता को बताया – “हमें न केवल अपने जीवन में बल्कि अगली पीढ़ी में भी हिंदी के संस्कार बोने होंगे। हिंदी का अध्ययन केवल भाषा नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान को बचाने का माध्यम है।”
इस अवसर पर सिशु मंदिर के बच्चों विराज सिंह, आराध्या सिंह, कियाना पिपरसनिया, चार्वी भट्ट, भव्या शर्मा ने “कैसे हम ऑस्ट्रेलिया में नए तरीकों से हिंदी सीख रहे हैं” विषय पर एक सुंदर नाट्य प्रस्तुति दी, जिसे सभी ने खूब सराहा।
कार्यक्रम के सांस्कृतिक सत्र में कविता पाठ, नृत्य एवं हास्य प्रस्तुतियों ने सभी उपस्थितजनों का मन मोह लिया। इसके पश्चात पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
यह आयोजन न केवल हिंदी प्रेम को प्रोत्साहित करने का एक सफल प्रयास रहा, बल्कि यह भी संदेश दिया कि विदेश में रहकर भी हिंदी और भारतीय संस्कृति की लौ प्रज्वलित रखी जा सकती है।