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भाषा आपको आपकी जड़ों से जोड़ती है, संस्कृत एवं सभ्यता में अंतर संस्कृत सबसे उच्च— डॉक्टर वैद

कार्यक्रम में पहुंचने के लिए सभी का धन्यवाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश काउंसलेट जनरल डॉक्टर सुशील कुमार ने सुनाया

मेलबर्न (आजाद शर्मा)

गत दिवस स्थानीय भारत का प्रधान कोंसलावास मेलबॉर्न में विश्व हिंदी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के आगे ज्योति प्रज्वलित कर की गई।

कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में कवियों ने हाजिरी लगवाई। कार्यक्रम में कवियों ने जिंदगी, समय, संघर्ष सहित अन्य मुद्दों पर अपनी बेहतरीन कविताएं सुनाकर लोगों को आनंदित किया।

डॉ सुभाष शर्मा ने लोगों को विश्व हिंदी दिवस एवं हिंदी दिवस संबंधी अवगत करवाया। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे वरिष्ठ समाज सेवक वैद ने अपने संबोधन में हिंदोस्तान में हिंदी को ही राष्ट्रीय भाषा बनाए जाने के असली पहलुओं से अवगत करवाया।

उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा के पीछे हमारी एक संस्कृति है। संस्कृति और सभ्यता अलग-अलग है। संस्कृति सबसे उच्च है। अगर आप अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहते हैं तो अपनी भाषा को अपने जीवन में हर समय प्रयोग करें। वही काउंसलेट जनरल डॉक्टर सुशील कुमार ने कार्यक्रम में पहुंचने वाले सभी साथियों का धन्यवाद किया एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को पढ़कर सुनाया।

वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध समाज सेवक एवं शिशु मंदिर ऑस्ट्रेलिया के प्रबंधक योगेश भट्ट ने स्वामी विवेकानंद , ज्योति शर्मा, सोनाक्षी वर्मा, खन्ना ने  कविताएं सुनाई। कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने उनकी कविता सुन खूब तालियां बजाकर उनका सम्मान किया।

वहीं बच्चों ने भी हिंदी भाषा के प्रयोग के लिए कई तरह की स्किट पेश की। वहीं शिशु मंदिर ऑस्ट्रेलिया के बच्चों ने गायत्री मंत्र सुनाया एवं शिशु मंदिर ऑस्ट्रेलिया की छात्र भव्या शर्मा ने बजाओ ढोल मेरे घर राम आएंगे भजन पर नृत्य किया। कार्यक्रम में कविताएं स्किट एवं नृत्य करने वाले लोगों को काउंसलेट जनरल डॉक्टर सुशील कुमार ने सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया।

यहां पर डॉक्टर संतोष यादव, प्रेमा हंस, कैप्टन सुभाष चौहान,चित्रा चौहान, आशना शर्मा, प्रमोद तोमर  सहित अन्य मौजूद रहे।

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