मेलबर्न (आजाद शर्मा)
ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न विभिन्न शहरों में श्रद्धालुओं की तरफ से सचखंड नानक धाम गद्दीनशीन हजूर महाराज त्रिलोचन दास जी के संकीर्तन की इस शुभ घड़ी का भरपूर आनंद एवं हजूर महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किए जा रहे हैं। वहीं प्रसिद्ध गयक देव चंचल ने संकीर्तन में पहुंचकर हजूर महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।
गायक देव चंचल की मधुर आवाज से सतनाम वाहेगुरु के भजनों से संगतें झूम उठी। महाराज त्रिलोचन दास जी ने संकीर्तन कर श्रद्धालुओं को भगवान की महिमा के प्रसंग सुनाए। उन्होंने बताया कि गुरु से बड़ा कोई नहीं। उन्होंने बताया कि सबसे पहले गुरु माता-पिता है।
भगत प्रहलाद 5 वर्ष की आयु में ही भगवान से जुड़ गए थे। भगवान के अनेकों नाम है। भगवान के किसी भी नाम का जब करें नाम सबसे बड़ी ताकत है। जब भगवान की कृपा होती है तो वैश्य भी पवित्र होने के बाद भगवान की शरण में जाते ही मोक्ष को प्राप्त हो जाती है। मनुष्य योनि सबसे मूल्यवान योनी है। इस योनी का सही इस्तेमाल कर भगवान का गुणगानकरें। भगवान का गुणगान ही आपका बेड़ा पार लगाएगा। श्रद्धालुओं ने भावपूर्ण महाराज के प्रसंग को सुन भगवान का गुणगान किया। उन्होंने बताया कि वेदों , शास्त्रों व गुरु की वाणियों से जुड़े और उनके बताए हुए मार्ग पर चले। वहीं श्रद्धालुओं की विनती पर हजूर महाराज त्रिलोचन दास जी ने शिवरात्रि के पावन पर्व उपलक्ष में महादेव के भजनों का गुणगान किया।
वहीं संकीर्तन में महारानी भी पहुंचे। एक छोटी बच्ची भव्या शर्मा ने महारानी जी की बनाई हुई पेंटिंग उन्हें दी। बच्ची द्वारा बनाई गई पेंटिंग को देख महारानी ने बच्ची को प्यार एवं अपना आशीर्वाद दिया। यहां पर सूरज हांडा, दीप चौधरी, विकास भारद्वाज, हैरी सिंह, शिवांस हांडा, जगतपाल, राहुल बब्बर, अमन, विशााल शर्मा, रवि शर्मा, पवन शर्मा, प्रवीण कुमार , सौरव , जगमोहन , कैप्टन सुभााष चौहान , मालती हांडा व अन्य मौजूद रहे।