मेलबर्न (आजाद शर्मा)
हरेक इंसान उन चीजों के पीछे भागता है, जिन चीजों का साथ इस दुनियावी सफर तक है। हर एक इंसान इस मिथ्या की जिंदगी को असली जिंदगी समझ रहा है। जबकि हरि का नाम ही हर एक इंसान की जिंदगी का मुख्य कम होना चाहिए। यह प्रवचन सचखंड नानक धाम गद्दीनशीन हजूर महाराज त्रिलोचन दास ने सत्संग दौरान कहे। हजूर महाराज ने प्रसंग दौरान बताया कि आठवीं पातशाही श्री गुरु हरि कृष्ण महाराज ने एक विद्वान पुजारी के विनती पर एक गंज के मुख से श्री भागवत गीता का पाठ करवाया था। उन्होंने कहा कि भगवान की मर्जी के बिना पता भी नहीं हिलता।
चल जाना होगी खबर खबर जरूरी न जना
इस कथन को स्वीकार न करने वाले सेठ मलूक दास ने जब भगवान की अपार कृपा देखी तो वह भगवान के रंग में रंग गए और एक संत के रूप में सारी जिंदगी भगवान का नाम लेते हुए लोगों को भगवान के नाम से जोड़ने की प्रथा में लग गए। हजूर महाराज ने श्रद्धालुओं को अच्छे कर्म करने कि प्रेरणा दी। महाराज के सत्संग से श्रद्धालु गदगद आनंदित हुए। उन्होंने सभी को मानवता की सेवा करने के बारे में कहा। उन्होंने बताया कि जगतगुरु गुरुनानक देव जी इराक में अपनी यात्रा वहां के पीर साहब को भी उनके मन के सवालों का जवाब देकर उन्हें भगवान के परिचय देकर साथ जोड़ा था। यहां पर दीप चौधरी, विकास भारद्वाज, हैरी सिंह,सूरज होंडा, एचपी भारद्वाज, चंद्र शर्मा, विशाल शर्मा, जगमोहन, राहुल बब्बर, कैप्टन सुभाष चौहन, नवीन सूद, शिवास होंडा, विकास व अन्य मौजूद रहे।