*मुंह में छाले के मसूड़े की समस्या विटामिन सी, बी कॉम्प्लेक्स, और जिंक की कमी और-वायरल संक्रमण के कारण भी मुंह में ज्यादा थूक आता है*
टारगेट पोस्ट , पंजाब ।
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार एवं पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि जब बात करते समय मुंह से थूक के छीटे निकलने शुरू हो जाए। तो लोग बात करने से कतराते हैं ऐसा अक्सर कई कारणों से होता है पर उनमें से ही एक का कारण बढ़ती हुई आयु है। इसे कंट्रोल किया जा सकता है कुछ खान-पान का ध्यान रखकर। इस समस्या से निजात पाने के लिए, रोज़ाना सुबह तुलसी के पत्ते चबाना शुरू किया जा सकता है.कैविटीज़ आपके दांतों और आपके मुंह में बैक्टीरिया का कारण बनती हैं। यह आपके मुंह को साफ रखने के लिए आपकी लार ग्रंथियों को अधिक लार का उत्पादन करने के लिए प्रेरित कर सकता है।कमज़ोर इम्यूनिटी ,शरीर में पोषक तत्वों की कमी ,विटामिन सी, बी कॉम्प्लेक्स, और जिंक की कमी और-वायरल संक्रमण से भी मुंह में से अधिक थूक आता है।
(मेडिकल भाषा में हाइपरसालिवेशन कहते हैं और कुछ मामलों में यह अस्थायी हो सकती है। हालांकि यह एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर भी हो सकता है जिसके दौरान मुंह में लार को रोक पाने में व्यक्ति असमर्थ हो जाता है। सोने से पहले एक गिलास पानी पिएं।कुछ नींबू के टुकड़े चबाने से मुंह से लार आने की समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।. पीठ के बल सोएं ताकि आपके मुंह में लार इकट्ठा ना हो। बंद नाक खोलने के लिए सोने से पहले भाप लें। यह आपको मुंह की बजाय नाक के माध्यम से सांस लेने में मदद करेगा और मुंह से लार आने को रोकेगा।एक छोटा टुकड़ा दालचीनी का शाम को चबाकर ,ऊपर से गर्म पानी पिये। भोजन के बाद एक चमम्म मोटी सौंफ व मिश्री मिलाकर चबाकर खाएं । ज्यादा मीठी और ज्यादा गर्म वस्तुएं खानी बंद कर दे। आंवला पाउडर सुबह और शाम सेवन करें। दांतों में यदि कैविटी है तो माउथ वॉश का प्रयोग करें। शलजम को छीलकर भोजन के साथ खाएं। डॉ अर्चिता महाजन रोज सुबह 10 00 बजे से 12 00 बजे तक सेवा भारती सेवा धाम कपूरी गेट और दोपहर बाद 3 00 बजे से 5 00 बजे तक मंदिर श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ हंसली ब्रिज बटाला ( सरपरस्ती अधीन भगत श्री कुणाल जी)क्लीनिक में सेवा में उपलब्ध है ।