बटाला आदर्श तुल्ली/ चरणदीप बेदी/ सुमित नारंग)
हजूर महाराज धन गुरुदर्शन जी की शहादत के बाद उनके बेटे संत त्रिलोचन दास महाराज ने 10 वर्ष की आयु में सचखंड नानक धाम गुरु गद्दी के पद को ग्रहण किया।
संत त्रिलोचन दास महाराज के 36 वर्ष पूर्ण होने पर सचखंड नानक धाम बटाला में एक भव्य कीर्तन का आयोजन किया गया।
हजारों की संख्या में देशभर के कोने-कोने सहित विदेशों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने संत त्रिलोचन दास महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।
महाराज ने कीर्तन में श्रद्धालुओं को भगवान के नाम से जुड़ने की प्रेरणा दी। संत त्रिलोचन दास महाराज ने कहा कि गुरु नानक देव के मार्ग पर चल आप सभी पुण्य के भागी बन सकते हैं।
नानक नाम चड़दी कला तेरे भाने सरबत दा भला के जयकारों से बटाला गूंज उठा। संगतों के लिए विभिन्न विभिन्न व्यंजनों के लंगर का प्रबंध किया गया।