मेलबर्न (आजाद शर्मा)
कलयुग में आपका बेड़ा पार कीर्तन करने से ही होगा। गुरु के आशीर्वाद से ही आपको कीर्तन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। मेलबर्न में सचखंड नानक धाम गद्दीनशीन संत त्रिलोचन दास महाराज ने सत्संग दौरान प्रवचन कहे।
संत त्रिलोचन दास महाराज ने कहा कि आप सभी को भगवान का गुणगान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे गुरुओं ने इतने बड़े-बड़े दुख सहे हैं, लेकिन अन्याय के आगे झुके तक नहीं।
संत त्रिलोचन दास ने बताया कि पंचम पातशाही महाराज को जहांगिर ने बाणी में अल्लाह को सबसे ऊपर लिखने के लिए कहा, लेकिन पंचम पातशाही ने उसकी बात नहीं मानी।
जहांगीर ने अपनी बात ना मानते देख पंचम पातशाही को 5 दिनों तक बिना रोटी, बिना पानी, बिना नींद सहित उन पर कई तरह के जुल्म किए। उन पर गर्म रेता , गर्म पानी डालकर उन्हें प्रताड़ित किया गया। उन्होंने बताया कि आखिर में गाय का पेट काटकर उसे पेट में गुरु महाराज का मुंह देकर करने की योजना बनाई गई।
गुरु महाराज अपने कीर्तन में लग रहे। अंत गुरु महाराज रावी में स्नान करने के दौरान आकाश से आई तेज रोशनी में आलोप हो गए।
इस दौरान संगतों ने संकीर्तन का आनंद लिया एवं वाहेगुरु के जयकारे लगाए। यहां पर दीप चौधरी, विकास भारद्वाज , सूरज हांडा, राहुल बब्बर, चंद्र शर्मा, विशाल शर्मा, रवि कुमार शर्मा, अमन कुमार, नीरज शर्मा, शिवास हांडा, देव चंचल, मनजीत सिंह व अन्य मौजूद रहे।