टारगेट पोस्ट न्यूजीलैंड।
सचखंड नानक धाम गद्दीनशीन संत त्रिलोचन दास महाराज ने न्यूजीलैंड (ऑकलैंड ) में दूसरे दिन संकीर्तन में प्रवचन दिए।
संत त्रिलोचन दास महाराज ने कहा गुरु के आशीर्वाद से आप अपने भाग्य को भी बदल सकते हैं। मीरा , भक्त नामदेव की जिंदगी में गुरु आने के बाद ही उन्हें भगवान मिला। मां -पिता प्रथम गुरु है। गुरु बदलते रहते हैं। अध्यात्म के लिए गुरु चाहिए। महात्मा बुद्ध के पास 24 गुरु थे। हर गुरु का अलग पड़ाव है। हमारे कर्मों के कारण है हमें सतगुरु मिलते हैं।
भाग्य को कर्म से बदला जा सकता है। 83 लाख 99999 योनियों के बाद मनुष्य जीवन मिलता है। मनुष्य जीवन में ही हम भाग्य को बदल सकते हैं। जानवर अपनी भाग्य को नहीं बदल सकते। शबरी के घर नारायण रूप भगवान राम के गुरु के आशीर्वाद से घर आए थे। गुरु के आशीर्वाद से द्रोपदी की इज्जत बचाने के लिए नारायण पहुंचे थे। जिस घर में भी सत्संग होता है वहां सचखंड जैसा माहौल बन जाता है। यहां पर दीप चौधरी , विकास भारद्वाज, राहुल बब्बर, चंद्र शर्मा, जगत गुप्ता , दविंदर सिंह ,नरेंद्र पाल शर्मा , सौरभ शर्मा , धीरज शर्मा , शिवास हांडा ,दिलबारा सिंह बैंस, सौरभ दत्ता , मनीशा शर्मा व अन्य मौजूद रहे।